वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन जी20 नेताओं की बैठक के लिए इस सप्ताह नई दिल्ली के अपने दौरे के दौरान बहुपक्षीय विकास बैंकों को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेंगे। यह जानकारी दी है व्हाइट हाउस ने। उन्होंने आगे कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन के लिए बाइडेन की अन्य प्राथमिकताओं में देशों के लिए ऋण राहत, जलवायु, स्वास्थ्य, डिजिटल प्रौद्योगिकी शामिल होगी, जिसमें अधिक समावेशी डिजिटल परिवर्तन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता विकास के लिए एक जिम्मेदार मार्ग और दृष्टिकोण के संबंध में प्रतिबद्धताएं शामिल हैं। पत्‍नी, प्रथम महिला जिल बाइडेन के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति की योजनाएं नहीं बदली हैं। 
उनकी कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आई है, लेकिन वायरस के संभावित जोखिम के कारण वह रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) द्वारा अनिवार्य सामान्य सावधानियां बरतेंगे, जैसे सार्वजनिक स्थानों और लोगों के आसपास मास्क पहनना। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार को यात्रा का पूर्वावलोकन करने के लिए एक समाचार ब्रीफिंग में कहा कि बाइडेन गुरुवार को नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे। बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को द्विपक्षीय बैठक करेंगे और फिर अमेरिकी राष्ट्रपति शनिवार और रविवार को जी20 बैठक में भाग लेंगे। राष्ट्रपति के तौर पर बाइडेन का यह पहला भारत दौरा होगा। 
वह आखिरी बार 2013 में उपराष्ट्रपति के रूप में वहां गए थे।सुलिवन ने कहा, बहुपक्षीय विकास बैंकों, विशेष रूप से विश्‍व बैंक और आईएमएफ (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) को मौलिक रूप से नया आकार देने और बढ़ाने के एजेंडे पर काम करना अमेरिकी राष्ट्रपति के मुख्य फोकस में से एक होगा। उन्होंने कहा : हम जानते हैं कि विकासशील देशों में पारदर्शी, उच्च गुणवत्ता वाले निवेश जुटाने के लिए ये संस्थान हमारे पास मौजूद कुछ सबसे प्रभावी उपकरण हैं। और यही कारण है कि अमेरिका इन संस्थानों को विकसित करने के लिए इस समय चल रहे प्रमुख प्रयासों का समर्थन कर रहा है, ताकि वे आज और कल की चुनौतियों के लिए तैयार हैं।भारतीय-अमेरिकी अजय बंगा को विश्‍व बैंक के प्रमुख के रूप में नामित करना इन प्रयासों का एक हिस्सा था, यह बाइडेन प्रशासन पहले भी कह चुका है।
बाइडेन प्रशासन के अमेरिकी कांग्रेस के अनुरोध के अनुसार, विश्‍व बैंक की अमेरिकी फंडिंग में 25 अरब डॉलर की बढ़ोतरी की ओर इशारा करते हुए अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि अमेरिका को उम्मीद है कि अन्य भागीदार देश उसके नेतृत्व का पालन करेंगे। उन्‍होंने कहा, हमें उम्मीद है कि जी20 इस स्तर की महत्वाकांक्षा का समर्थन करेगा और बहुपक्षीय विकास बैंकों का एक व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करेगा जो बेहतर, बड़े और अधिक प्रभावी होंगे।यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की भी चर्चा होगी।उन्‍होंने कहा, हम जानते हैं कि जी20 इस बात पर लगातार ध्यान केंद्रित करेगा कि रूस के अवैध और यूक्रेन में चल रहे युद्ध से कैसे निपटता है। 
जैसा कि उन्होंने पहले किया है, राष्ट्रपति बाइडेन एक न्यायसंगत और टिकाऊ शांति का आह्वान करेंगे, जो अंतर्राष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों, क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सिद्धांतों के सम्मान में स्थापित हो, और वह इस बात पर जोर देना जारी रखेंगे कि इन सिद्धांतों को पूरा करने के लिए जब तक समय लगेगा, अमेरिका यूक्रेन का समर्थन करेगा।वास्तविकता यह है कि रूस के अवैध युद्ध के विनाशकारी सामाजिक और आर्थिक परिणाम हुए हैं और ग्रह के सबसे गरीब देश इसका खामियाजा भुगत रहे हैं।