भोपाल । भारत में इस समय 22 जनवरी का इंतजार किया जा रहा है। जब अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी। कई संतों की मौजूदगी में पीएम मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। हालाकि दुनिया की सबसे बड़ी हस्तलिखित रामायण मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में है। 
बालाजी हनुमान मंदिर में रखी विश्व की सबसे बड़ी रामायण 
भगवान श्रीराम का सबसे बड़ा मंदिर अयोध्या में है तो वहीं एमपी की राजधानी भोपाल के मंदिर में सबसे बड़ी रामायण है। मेहंदीपुर बालाजी हनुमान मंदिर में रखी रामायण को विश्व की सबसे बड़ी रामायण होने का तमगा मिला हुआ है। 5333 पन्नों की रामचरित मानस का वजन 170 किलो है। सवा चार फीट के रामायण की चौड़ाई 51 इंच है। विश्व की सबसे बड़ी रामायण पीले पन्नों पर लाल स्याही से लिखी है। इसकी वाइंडिंग करने के लिए जीआई तार का इस्तेमाल किया गया है। इस रामायण को प्रोफेसर डॉ अरुण खोबरे ने अपने हाथों से इसे लिखा है। इसे लिखने के लिए प्रोफेसर खोबरे को 149 दिन लगे। उन्होंने 11 मार्च 2008 को रामायण लिखना शुरू किया था जिसे 7 अगस्त 2008 को पूरा कर लिया। रामायण को पूरा करने के लिए प्रोफेसर के अंदर कितना जुनून था इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह हर दिन समय निकालकर 7 से 8 घंटे रामायण लिखते थे।