ग्वालियर ।   लंबे समय से सेना भर्ती का इंतजार कर रहे ग्वालियर के युवकों का इंतजार आखिर आज खत्म ही हो गया। सागर के इंदिरा गांधी सागर इंजीनियरिंग कॉलेज में शनिवार को भर्ती शुरू हुई। अभ्यर्थी सुबह 4 बजे से मैदान में डटे थे, इसके बाद इनकी दस्तावेजों की जांच की गई और शारीरिक प्रवीणता परीक्षा के अलग-अलग चरण शुरू हुए। बारिश के चलते शनिवार को भी सुबह नए मैदान की जगह अभ्यर्थियों को सड़क पर दौड़ लगवाई गई। परीक्षा में शामिल होने के बाद जो अभ्यर्थी चयनित नहीं हो पाए उनकी वापसी भी शुरू हो गई है। दरअसल दो साल से सेना की भर्ती नहीं निकली थी। इसके चलते ग्वालियर के युवकों को सेना भर्ती का बेसब्री से इंतजार था। सेना भर्ती में अग्निपथ स्कीम लागू होने के बाद यह अभ्यर्थी अग्निवीर बनने के लिए मैदान में दौड़ेंगे। शुक्रवार से भर्ती रैली शुरू हुई है। जिसके पहले दिन श्योपुर और सागर के अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। ग्वालियर और निवाड़ी के अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं। इसमें सिर्फ ग्वालियर के रहने वाले करीब साढ़े पांच हजार युवक शामिल हैं। गुरुवार को ही ग्वालियर के युवक वहां पहुंचना शुरू हो गया था। शुक्रवार रात से वेरिफिकेशन शुरू हो गया। लेकिन बारिश के चलते परीक्षा सुबह ही शुरू हो सकी। इसके चलते अभ्यर्थियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। यहां बता दें कि ग्वालियर के अभ्यर्थियों को सागर तक ले जाने के लिए शासन द्वारा बसों का इंतजाम किया गया था लेकिन बसों का किराया अधिक होने की वजह से अभ्यर्थी बसों से न जाकर ट्रेनों से ही रवाना हुए। जिसके चलते ट्रेनों में जमकर भीड़ रही। स्टेशन और ट्रेनों में हंगामा भी हुआ। अग्निवीर भर्ती को देखते हुए रेलवे सुरक्षा बलों को भी अतिरिक्त इंतजाम करने पड़े। क्योंकि अनियंत्रित युवा हंगामा करते हैं और रेलवे को नुकसान उठाना पड़ता है।