भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बहन-बेटियाँ हमारे लिए देवियाँ हैं। जहाँ बहन-बेटियाँ सुखी हैं, वहाँ समाज सुखी होगा। बेटियों को बोझ नहीं वरदान समझा जाए, इसीलिए प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना लागू की गई है। महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए पंचायतों और नगरीय निकाय निर्वाचन में आरक्षण तथा महिलाओं के नाम अचल संपत्ति की रजिस्ट्री में विशेष छूट की व्यवस्था की गई। महिलाओं का जीवन आसान बनाने के लिए ही मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना भी लागू की गई है। मुख्यमंत्री चौहान झाबुआ जिले की जनपद पंचायत राणापुर और झाबुआ तथा छतरपुर जिले की जनपद पंचायत गौरीहार में मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना में हो रहे सामूहिक विवाह सम्मेलनों में निवास कार्यालय से वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री चौहान ने परिणय-सूत्र में बंध रहे झाबुआ जिले के राणापुर जनपद के 217 और झाबुआ के 195 तथा गौरीहार के 310 जोड़ों को शुभकामनाएँ दी।

मुख्यमंत्री चौहान ने नव-विवाहित वर-वधु को आशीर्वाद देते हुए कहा कि विवाह एक संस्कार है, यह आत्माओं का बंधन और जन्म-जन्म का साथ है। उन्होंने कामना की कि नव-विवाहित दंपत्ति प्रेम से रहें, दोनों परिवारों का मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बढ़ाएँ, सातों वचन निभाएँ और समाज के कल्याण में योगदान भी दें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नव-विवाहिताओं को लाड़ली बहना से जोड़ने के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा भी वर्चुअली शामिल हुए। झाबुआ, राणापुर तथा गौरीहार में हुए सम्मेलनों में स्थानीय जन-प्रतिनिधि और वर-वधु पक्ष के परिजन उपस्थित रहे।