संतोष पुष्पद सारंगपुर

प्रदेश के मुखिया के द्वारा अथक प्रयास कर जनता के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए 100 बिस्तरों का मात्र दिखावा बन कर रह गया है जब अस्पताल में सत्ताधारी नेताओ ओर भा जा पा पार्षद जेसो की सुनवाई नही होती है तो आम जनता का क्या हाल होगा ये समझ से परे है पर इन दिनों  यह चर्चा शहर में लगातार हो रही है अस्पताल  से भारी भरकम रकम किसी जनप्रतिनिधि  ओर अदिकरियो  को महीने में दी जाती  है  जिसके दबाव में कोई  भी कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं वही  सिविल अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ भाजापा व कांग्रेश दोनों का चुप रहना जन चर्चा का विषय बना हुआ है जनता को स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए भारी भरकम अस्पताल बनाया गया था,पर चिकित्सालय में पदस्थ बीएमओ द्वारा सरेआम हो रही आव्यस्था पर किसी प्रकार की लगाम कसने में कोई प्रयास नही किये जा रहे। जिसको देखने वाला शायद कोई नहीं है लगातार हो रही अस्पताल की आव्यवस्थाएं अखबार की सुर्खियां बनी हुई है,पर विभाग के उच्चाधिकारियों और क्षेत्रीय विधायक सहित जनप्रतिनिधियों के मुखदर्शक बनकर चुप्पी साधना प्रश्न बना हुवा हे 
आखिर कौन नेता पालेगा क्षेत्र के लोगों की स्वास्थ की  फिकर

आखिर कौन  नेता करेगा  क्षेत्र के लोगों की स्वास्थ्य की फिगर यह कहना अभी आसान नहीं है पर आगामी 20  23 में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं ऐसे में जनप्रतिनिधियों का खामोश रहना कहीं ना कहीं जनता का गुस्सा विधानसभा में देखने को मिलेगा अगर जल्दी ही अस्पताल की मनमानी भ्रष्टाचारी समाप्त नहीं  की गई  तो क्षेत्र की जनता ऐसे नेताओं को जवाब देगी जो चुप्पी साध कर बैठे हैं जहाँ एक और प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह के द्वारा अथक प्रयास कर लोगों के स्वास्थ्य के प्रति सचेत होकर करोड़ों रुपया खर्च कर लोगों को राहत देने का प्रयास किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर उच्च अधिकारी हुआ कुछ नेता  मिलकर दीमक की तरह अस्पताल में बंदरबांट कर रहे हैं और रोगियों को जिसका समय पर लाभ नहीं मिल पा रहा है लोगों को बाजार तक से दवाई लाना पढ़ रही है 
इतना ही नही  डॉक्टरों के घर पर इलाज कराने के लिए मजबूर होकर जाना पड़ रहा है

एक से अधिक दायित्व होने पर करना पड़ता है मरीजों को इंतजार

अस्पताल अधीक्षक मनीष चौहान के पास एक से अधिक दायित्व होने के कारण इलाज के लिए आए मरीजों को इंतजार करना पड़ता है वैसे ही सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की कमी है ऐसे में श्री चौहान के पास अस्पताल अधीक्षक ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर सहित चिकित्सक का पद होने के कारण मरीजों को बाहर बैठकर इंतजार करना पड़ता है और मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता है यदि एक जवाबदारी दूसरे डॉक्टरों को दे  दी जाय तो व्यवस्था में सुधार हो सकताहै  यह भी जन चर्चा का विषय बना हुआ है

बीते दिनों युवा पार्षद ने मरीजो के साथ  मिलकर अस्पताल मे अनिमितताओं के चलते नाराजी जहीर की थी और मरीजों को दवाई गोली उपलब्ध नहीं हो पा रही थी इसलिए आंदोलन तक की धमकी दे डाली थी वहीं अगर लोगों की माने तो अस्पताल में मीनू अनुसार भोजन तक मरीजों को उपलब्ध नहीं हो पा रहा है अगर सूत्रों की माने तो अस्पताल में सिर्फ कागजों पर भारी भरकम भोजन परोसा जा रहा है अगर  वास्तविकता देखी जाए और जांच की जाए तो यहां पर भारी भ्रष्टाचार उजागर हो सकता है पर कोई नेता नहीं चाहता है कि अस्पताल में किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार ओपन हो

अव्यवस्थाओं पर नही लग रहा अंकुश
लगातार दैनिक अखबारों में सिविल अस्पताल में फैली आव्यस्था की खबरे समाचारपत्रों में प्रकाशित होने के बाद भी आव्यस्थाओं पर किसी प्रकार का कोई अंकुश लगते नही दिख रहा है और न ही लापरवाही बरतने वाले जिम्मेदार चिकित्सक पर कोई कार्रवाई होते दिखाई दे  रही  

ग्रामीण क्षेत्र के कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जड़े ताले और कागजों में हो रहे हैं संचालित

अगर वास्तविकता देखी जाए तो ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं जिन पर तुम्हें ताले लटकते नजर आएंगे अक्सर  देखने में आया है कि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर  नदारद रहते है सूत्रों की माने तो सिविल अस्पताल सारंगपुर  के अधीक्षक की मनमानी के चलते अस्पतालो में भ्रष्टाचार व्याप्त है और  काम कागजों में संचालित हो रहा है

 सूचना के अधिकार का उड़ाया जा रहा है मजाक
शुक्रवार को जब  पत्रकार सूचना के अधिकार के तहत जानकारी लेने सिविल अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल अधीक्षक मनीष चौहान ने स्पष्ट मना कर दिया हम यहां से जानकारी नहीं देंगे इसके लिए तुम्हें राजगढ़ में सूचना का अधिकार लगाना पड़ेगा वहां से यदि हमारे पास जानकारी आती है तो फिर जानकारी दी जाएगी इस मामले में डॉक्टर जिला चिकित्सा अधिकारी को मोबाइल किया तो उन्होंने कह दिया आप राजगढ़ आ जाओओर आवक जावक में फार्म जमा करवा दो आपको सूचना के अधिकार के तहत जानकारी उपलब्ध हो जावेगी
इनका कहना

आरोप तो हर कोई लगाते है आप सबूत लाइये फिर जांच करवाएंगे जांच कर कारवाही करेंगे 
कुंवर जी कोठार
विधायक सारंगपुर