हैदराबाद| शुक्रवार तड़के तेलंगाना सरकार के सचिवालय परिसर में आग लग गई। तड़के करीब ढाई बजे लगी आग ग्राउंड फ्लोर से पहली और दूसरी मंजिल तक फैल गई। दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची और दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। बता दें कि इस नए सचिवालय का अभी तक उद्घाटन नहीं हुआ है। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव 17 फरवरी को करने वाले हैं।

आग पर काबू पाने के लिए 11 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। आशंका जताई जा रही है कि यह आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी है। माना जाता है कि आग एयर कंडीशनिंग वायरिंग डक्ट से शुरू हुई थी और ग्राउंड फ्लोर पर पड़ी स्क्रैप मटेरियल तक फैल गई।

राज्य अग्निशमन विभाग के महानिदेशक नागी रेड्डी ने व्यक्तिगत रूप से अग्निशमन अभियान की निगरानी की।

आग से हुए नुकसान की जानकारी अभी सामने नहीं आई है। अधिकारियों ने कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।

लगभग 650 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नया सचिवालय भवन उसी भूमि पर बना है, जहां पहले तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के पुराने पहले संयुक्त सचिवालय थे।

राज्य सरकार ने नए सचिवालय परिसर का नाम डॉ. बी. आर. अंबेडकर के नाम पर रखा है। सीएम केसीआर ने कहा था कि यह तेलंगाना के गौरव को दर्शाता है और अन्य राज्यों के लिए एक रोल मॉडल होगा।

पिछले सप्ताह घोषित कार्यक्रम के अनुसार, सीएम केसीआर 17 फरवरी को सुबह 11.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे के बीच के बीच नए सचिवालय भवन का वैदिक पंडितों द्वारा सुझाए गए शुभ मुहूर्त का उद्घाटन करेंगे।

सरकार ने हाल ही में घोषणा की कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष एम. के. स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डॉ. बी. आर अंबेडकर के प्रतिनिधि के रूप में पोते प्रकाश अंबेडकर और अन्य गणमान्य व्यक्ति उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे।