आज से खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आगाज हो चुका है। यह मल्टी स्पोर्ट्स टूर्नामेंट इस साल मध्य प्रदेश में 30 जनवरी से शुरू होकर 11 फरवरी तक राज्य के अलग-अलग शहरों में चलेगा। खेलो इंडिया प्रतियोगिता में कुल 27 खेल आयोजित होंगे। पूरे भारत से 6,000 से ज्यादा प्रतिभागियों के साथ, खेलो इंडिया योजना पूरे देश में खेलों को बढ़ावा देने का प्रयास करती है। मेन इवेंट से पहले आज भोपाल में ओपनिंग सेरेमनी आयोजित की गई। इंडिया यूथ गेम्स के पांचवें संस्करण का आगाज हो चुका है। मध्य प्रदेश में अगले 13 दिनों तक 27 खेलों में छह हजार से ज्यादा एथलीट्स हिस्सा लेंगे।

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आगाज हो गया है. जोरदार आतिशबाजी और हर-हर शंभू भजन से आयोजन की शुरुआत हुई. राजधानी भोपाल  के टीटी नगर स्टेडियम में केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुरऔर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  ने  खेलो इंडिया यूथ गेम्स का शुभारंभ किया. शुभारंभ अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक, प्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी मौजूद रहे.

खेलो इंडिया यूथ गेम्स के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश भर से आए खिलाड़ियों का अभिनंदन किया. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर को विश्वास दिलाया कि मध्यप्रदेश सरकार अतिथि देवो भव: का पालन करती है और मेहमानों की सेवा में कोई कमी नहीं आएगी.

पदत जीतने  वाले खिलाड़ियों को मिलेगा 5 लाख-शिवराज
सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की प्रतिभा निखारने में धन की कमी नहीं आएगी. सीएम ने कहा कि पिछली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने 38 मेडल जीते थे. उन्होंने एलान किया कि पदक जीतनेवाले खिलाड़ियों को अगले खेलों की तैयारी के लिए पांच लाख का पुरुस्कार दिया जाएगा. कार्यक्रम को केन्द्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी संबोधित किया.

प्रदेश को पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी
खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन दिल्ली, पुणे, गुवाहाटी और पंचकुला में हो चुका है. पहली बार आयोजन की मेजबानी का मौका मध्यप्रदेश को मिला है. मध्यप्रदेश के नौ अलग-अलग शहरों में प्रतियोगिताएं आयोजित कराई जाएंगी. सबसे ज्यादा खेल प्रतियोगिता भोपाल में होगी. भोपाल में नौ खेलों का आयोजन कराया जाएगा. इंदौर में छह, ग्वालियर में चार, जबलपुर में चार, उज्जैन और मंडला में दो-दो, बालाघाट और खरगोन में एक-एक खेल का आयोजन होगा.