इंदौर | वर्ष 2028 में लगने वाले सिंहस्थ के लिए इंदौर में सुपर कारिडोर, इंदौर उज्जैन रोड़ के आसपास ऐसे काम शुरू कर हो गए है। जो पांच साल बाद मेले में शामिल यात्रियों के लिए सुविधाजनक होंगे। ज्यादातर काम इंदौर विकास प्राधिकरण कर रहा है। इंदौर उज्जैन रोड़ के महत्वपूर्ण लवकुश चौराहे पर डबल डेकर फ्लायओवर बनाने के टेंडर भी शनिवार को खोले जा रहे है। इस ब्रिज के अलावा अंतरराज्यीय बस स्टैंड, एमआर-4 रोड़ को बनाने का काम भी जारी है।

एमआर-10 ब्रिज के पास अंतरराज्यीय बस स्टैंड का काम 80 प्रतिशत तक पूरा हो चुका है। अगले साल तक स्टैंड से बसों का संचालन शुरु हो जाएगा। वर्ष 2016 के सिंहस्थ में लवकुश चौराहे पर अस्थाई बस स्टैंड बनाया गया था,लेकिन इस बार स्थाई बस स्टैंड बनकर तैयार हो रहा है।50 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे इस बस स्टैंड में राजस्थान, गुजरात की तरफ से आने वाली बसें रुकेगीं।

160 करोड़ रुपये की लागत से इंदौर-उज्जैन रोड पर डबल डेकर ब्रिज बन रहा है। इसकी एक भूजा सुपर कॉरिडोर से गांधी नगर की तरफ रहेगी। जबकि दूसरा ब्रिज दीपमाला ढाबे से उज्जैन की तरफ बनायाा जाएगा। इस ब्रिज की ऊंचाई भी शहर के अन्य ब्रिजों की तुलना में ज्यादा होगी। इसकी ऊंचाई 75 फीट रहेगी। इस ब्रिज के बनने से सिंहस्थ में इंदौर से उज्जैन की तरफ जाने वाले ट्रैफिक को काफी आसानी होगी।

2016 के सिंहस्थ के पहले इंदौर में स्वदेशी मिल रेलवे क्रासिंग से लक्ष्मी बाई रेलवे स्टेशन तक एमआर- 4 सड़क 30 करोड़ की लागत से बनाई गई। अब लक्ष्मीबाई स्टेशन से नए बस स्टैंड तक सड़क बनाने की योजना पर काम हो रहा है। इसके अलावा एमआर-12 मार्ग भी तैयार हो रहा है, जो सांवेर रोड से बायपास को सीधे जोड़ेगा।

इंदौर विकास प्राधिकरण अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने बताया कि इंदौर सांवेर रोड पर डबल डेकर ब्रिज बना रहा है। शनिवार को इसके टैंडर खोले जाएंगे। इसके अलावा एमआर-4 और एमआर-12 का निर्माण भी करवा रहा है। एमआर- 4 मार्ग में नगर निगम की मदद भी ली जा रही है। दो-तीन सालों में बस स्टैंड, ब्रिज और सड़कों के काम पूरे हो जाएंगे। जिसका उपयोग सिंहस्थ के समय ज्यादा होगा।