महाशिवरात्रि के अवसर पर मंगलवार को सुबह से ही श्रद्धालुओं का शिव मंदिरों में तांता लग गया। भक्तों ने राजधानी दिल्ली में आश्रम के दिव्य शक्ति मंदिर में पूजा-अर्चना की। मध्यप्रदेश स्थित उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भी भगवान शंकर की पूजा की गई। 

वहीं सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने 23,000 से ज़्यादा रुद्राक्ष का इस्तेमाल कर ओडिशा के पुरी के एक तट पर भगवान शिव की आकर्षक मूर्ति बनाई।

इसके अलावा भुवनेश्वर में ने एक कलाकार ने बोतल के अंदर शिवलिंग की मूर्ति तैयार की। कलाकार एल ईश्वर राव ने बताया, 'शिवलिंग को सूखी मिट्टी, लकड़ी की डंडी और कागजों से तैयार की है।

शिवलिंग को बनाने में 7 दिन लगे। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि इस वर्ष महामारी खत्म करें।'ओडिशा में महाशिवरात्रि से एक दिन पहले ही भुवनेश्वर के मशहूर लिंगराज मंदिर को लाइटों से सजाया गया है।दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर बनने का प्रभाव इस बार शिवरात्रि के मौके पर देखने को मिल रहा है। व्यापारी समुदाय प्रसन्न हैं। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने की तिथि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में रावल भीमाशंकर की मौजूदगी में पंचांग गणना से की जाएगी।

बता दें कि महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर ओंकारेश्वर मंदिर में सुबह 7 बजे से विशेष पूजा-अर्चना शुरू हो जाएगी। वाराणसी के एक व्यापारी ने बताया, 'कोरिडोर बनने से यहां श्रद्धालु ज़्यादा संख्या में पहुंच रहे है और हमें आशा है कि व्यापारियों को भी इसका लाभ मिलेगा।'