बजरंगियों का आरोप मेले में हो रही अश्लीलता

मेले में पर्याप्त साधन नही दुर्घटना होने पर कौन होगा ज़िम्मेदार।

 

संतोष पुष्पद।

सारंगपुर। शहर के स्थानीय बस स्टेंड के पास एबी रोड पर बिना अनुमति से मीना बाजार लगाया गया है जो  शोशल मीडिया के साथ साथ नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है, सूत्रों की माने तो मेला संचालक के पास नपा की एनओसी न होने के साथ साथ एस डी एम से परमिशन भी नही है, उसके बावजूद मेला संचालक नियमों का ताक पर रखकर मीना बाजार के नाम मेला संचालित कर रहे है। वही नगर के बजरंगदल कार्यकर्ताओं ने मैले में अश्लीलता होने का अंदेशा जताते हुए शोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर चिंता जाहिर की है। बावजूद इसके एसडीएम, तहसीलदार विभाग मूकदर्शक बनकर किसी बड़े हादसे का इंतजार करते नजर आ रहा है। हालाकि मैला संचालक ने सारंगपुर पुलिस थाना में मेले की सूचना दी है, लेकिन परमिशन बिना मैले में झूले, चकरी ब्रेक डांसर, रिंग गेम, का उपयोग करना एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।

रिंग गेम में लालच में लूटते है दर्शक

अगर रिंग गेम की बात करें तो गेम में लालच दिया जाता है नीचे पटिया लगाकर उसमें 100 का नोट 50 का नोट 20 का नोट सहित साबुन या अन्य सामग्री रखी होती है और रिंग अगर उस पर रिंग अंदर गिर जाती है तो वह रुपया दे देते हैं और रिंग नहीं गिरती है तो रुपए डूब जाता है पाटिया से रिंग जरूर उछालती है बहुत कम ही योग सहयोग से कहीं की रिंग भट्टी के अंदर बैठी है इसलिए मेले में दर्शक लालच में रिंग खरीद कर फेकते और ठगी के शिकार होते हैं।

पर्याप्त इन्तजाम नही अनहोनी का कोन होगा जिम्मेदार

लोगों का कहना है मीना बाजार में लगे यह झूले काफी पुराने हो चुके हैं। और गीली  मिट्टी  मे झूले लगाए गए है इनके चलने से कलपुर्जे ढीले होने की आवाज भी आती है। जबकि नियमानुसार अनुमति देने से पहले मीना बाजार के झूलों की जांच जरूरी है। साथ ही बाजार में यहां झूला झूलने पहुंचने वाले लोगों के लिए सुरक्षा के जरूरी उपाय, मेडिकल कीट, फायर एण्ड सेफ्टी की व्यवस्था रखना भी जरूरी है। ऐसे में झुलों पर झूलते वक्त यदि कोई हादसा हो जाता है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। उक्त बात शहरवासियों के साथ मैले में आने वाले लोगों को सता रही है।

मिना बाजार के दुकानदारों का हो पुलिस वेरिफिकेशन

जानकारी मिली है की मीना बाजार में दुकानदारों और काम करने वाले सभी स्टाफ अलग अलग क्षेत्र से आए है जिनका पुलिस वेरिफिकेशन होना चाहिए, 3 से 4 दिन कोई व्यापार करने आता है उसकी उपस्थिती दर्ज कराई जाती है शहर में रहने आए किराएदार का पुलिस वेरिफिकेशन करना जरूरी है तो शहर के बाहर से आए लोग जो एक माह यां उससे अधिक दिनों तक मेले में रह कर व्यापार करेंगे, काम करेंगे इन लोगों का मुसाफिरनामा और कार्यरत सभी कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जानकारी पुलिस के पास होनी चाहिए।

लोग प्रतिदिन हजारों की संख्या में महिलाओं और बच्चों के साथ घूमने आ रहे हैं, बाजार के अंदर फास्ट फूड और अन्य जगहों पर गैस सिलेंडर के साथ चूल्हे जल रहे हैं तथा दर्शकों को लुभाने के लिए चकाचक रोशनी के साथ विद्युत की पर्याप्त व्यवस्था की गई है किंतु विद्युत के सॉर्ट सर्किट अथवा अन्य कारणों से आगजनी जैसी अप्रिय घटना होने की स्थिति में बचाव के लिए अग्निशमन नियंत्रण सहित अन्य संसाधनों की कमी देखी जा सकती है जो कभी भी बड़ी दुर्घटना और हादसे का रूप ले सकती है।

रास्ते मे वाहन खड़े होने से यातायात पर बन रहा दबाव

आस पास के क्षेत्र से लोग मीना बाजार देखने आते और अपने दो पहिआ, चार पहिआ वाहन ओल्ड राष्ट्रीय राजमार्ग पर खड़े कर रहे है, जिससे मार्ग पर यातायात का दबाव बढ़ रहा है और बड़े वाहनों के आने पर ट्रेफिक जाम की स्थिति बन जाती है। जिसके कारण ओल्ड एबी रोड से आवागमन करने वाले वाहन चालक परेशान होते दिखाई देते है।

दुकानदार कर रहे है टेक्स की चोरी
अगर देखा जाए तो मिले में भारी भरकर सामान भी बेचा जा रहा है इसके लोगों को बिल भी नहीं दिए जाते ऐसे में जी एस टी की चोरी कर सरकार को भी लाखों रुपए का चुना मेला बाजार के दुकानदारों के द्वारा लगाया जा रहा है।

इनका कहना

नोटिस जारी किया है
शहर में लगे मीना बाजार मेला संचालक को नगर पालिका से किसी प्रकार की कोई परमिशन नही दी गई है, हमने एनओसी बिना मैला लगाने पर संचालक को नोटिस जारी किया है।

लालसिंह डोडिया नपा सीएमओ

सारंगपुर

अनुमति के लिए आवेदन दिया गया था मेला संचालक से पर्याप्त जानकारी मांगी गई है अभी तक मेला संचालन की अनुमति नहीं दी गई है।

गीतांजलि शर्मा

एसडीएम सारंगपुर

न्यूज़ सोर्स : lokhit ki pukar