लखनऊ। यूपी नगर निकाय चुनाव में भाजपा को  बड़ी जीत हासिल हुई, लेकिन चुनाव से पहले कुछ नेताओं ने पार्टी में बगावत कर दी थी। जीत के बाद अब भाजपा इनके खिलाफ एक्शन की बात कर रही है। भाजपा ने इसके लिए जिला अध्यक्षों से रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद बगावत करने वाले नेताओं पर कार्रवाई हो सकती है।
निकाय चुनाव से पहले कुछ बीजेपी नेता पार्टी से नाराज हो गए थे, क्योंकि उन्हें पार्टी से चुनाव के लिए टिकट नहीं मिला था। इसी नाराजगी के चलते उन्होंने पार्टी से बगावत शुरू कर दी। जिसके चलते उन्होंने विरोधी दलों का भी समर्थन करना शुरू कर दिया था। जिससे बीजेपी को कई गढ़ों में भी हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी अब ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रही है। इसके लिये बीजेपी ने निकाय चुनाव को लेकर सभी 98 जिलाध्यक्षों से चुनाव की रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट में जिला अध्यक्षों से पूछा गया है कि निकाय चुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों की जीत के प्रमुख आधार क्या था और अगर किसी प्रत्याशी की हार हुई है तो उसकी वजह क्या थी। निकाय चुनाव के नतीजों को लेकर जिला अध्यक्ष जो रिपोर्ट बनाकर भेजेंगे उसका आकलन करने के बाद आगे शीर्ष नेतृत्व कार्रवाई करेगा।
निकाय चुनावों में भाजपा ने 17 नगर निगम में महापौर 89 नगर पालिका परिषद और 191 नगर पंचायत में अध्यक्ष पद का चुनाव जीता है। साथ ही 813 पार्षद, नगर पालिकाओं में 1360 और नगर पंचायत में 1403 सभासद बीजेपी के टिकट पर जीत कर आये हैं। जिन भी सीटों पर सांसद, विधायक या पार्टी पदाधिकारियों के भीतरघात से पार्टी को नुकसान हुआ है इस रिपोर्ट में उसका भी आकलन किया जाएगा। जिसके बाद बगावत करने वाले नेताओं के खिलाफ नोटिस भेज कर उन्हें निलंबित करने या निष्कासित करने की कार्रवाई की जा सकती है।