बिलासपुर । विधानसभा चुनाव के लिए गठित मतदान दलों के प्रशिक्षण का प्रथम चरण आज बिलासपुर सहित सभी चारों ब्लॉक मुख्यालयों में एक साथ शुरू हुआ। कलेक्टर अवनीश शरण ने शहर के दो प्रशिक्षण स्थलों मल्टीपर्पस स्कूल दयालबंद एवं लालबहादुर शास्त्री स्कूल का निरीक्षण कर दलों को जरूरी टिप्स दिए। कलेक्टर ने कहा कि निर्वाचन से जुड़ी हर कड़ी महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण में बताए जा रहे हर पहलूओं और बारीकियों को बेहद गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ लें।
निर्वाचन कार्य के सुव्यवस्थित संचालन के लिए प्रशिक्षण का विशेष महत्व होता है। मास्टर ट्रेनर द्वारा बताई जा रही सभी बातों को ध्यान से सुनते हुए समुचित रूप से अपने दायित्वों का निर्वहन करें। प्रशिक्षण में उन्होंने पौन घण्टे तक प्रशिक्षणार्थियों से लिए गए प्रशिक्षण के बारे में जानकारी ली और प्रशिक्षण से संबंधित सवाल भी पूछे। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों के शंकाओं का समाधान भी किया। इसी कड़ी में नगर निगम आयुक्त कुणाल दुदावत ने मस्तूरी एवं सीईओ जिला पंचायत अजय अग्रवाल ने तखतपुर में चल रहे निर्वाचन प्रशिक्षण का जायजा लिया। कलेक्टर ने कहा कि जिस प्रकार जिला निर्वाचन अधिकारी जिले में निर्वाचन के लिए प्रमुख होता है उसी प्रकार पीठासीन अधिकारी पोलिंग बूथ में प्रमुख होंगे।
आपकी कार्यप्रणाली पर सबकी नजर होती है। चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों को गंभीरता से पढ़े। 5 साल में एक बार चुनाव का यह महत्वपूर्ण कार्य कराने का हमें अवसर मिलता है। इसे जिम्मेदारी और सम्मान के रूप में ले। उन्होंने चुनाव आयोग के मंशानुरूप स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव करवाने पर जोर दिया। कलेक्टर ने मास्टर ट्रेनरों से कहा कि व्हीव्हीपेट, ईव्हीएम, कंट्रोल यूनिट का प्रयोग करके दिखाए। कलेक्टर ने मतदान दल में शामिल अधिकारी और कर्मचारियों से उनके कर्तव्यों एवं दायित्वों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों से मशीनों के क्रम सीआरसी, मॉक पोल जैसे प्रश्न पूछे।
उल्लेखनीय है कि जिले में 8 हजार 200 से ज्यादा प्रशिक्षणार्थियों को प्रथम चरण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर द्वारा मतदान सामग्री ईव्हीएम, मतदाता सूची, सीलिंग एवं अन्य सामग्री जैसे कि मतदाता रजिस्टर, मतदाता पर्जी, एड्रेस टैग, अमिट स्याही, मॉक पोल आदि के संबंध में जानकारी दी गई। प्रशिक्षणार्थियों को मतदान पूर्व की तैयारियां, ईव्हीएम एवं व्हीव्हीपेट को सील करना, मतदान प्रारंभ करना, डाकमत पत्र, निर्वाचन कर्तव्य प्रमाण पत्र, निशक्त: मतदाताओं द्वारा मंताकन, अमिट स्याही लगाना, मतदाता के हस्ताक्षर जैसी प्रक्रियाओं पर विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनरों ने बताया कि व्हीव्हीपेट, कंट्रोल एवं ईव्हीएम के सभी तार स्पष्ट रूप से दिखने चाहिए इसमें पूरी पारदर्शिता होनी चाहिए। कहीं से भी छुपा होना नहीं चाहिए।
प्रशिक्षण में पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी क्रमांक 1, 2, 3 के कर्तव्यों के बारे में भी प्रकाश डाला गया। निरीक्षण के दौरान नगर निगम आयुक्त कुणाल दुदावत, सीईओ जिला पंचायत अजय अग्रवाल, बिलासपुर एसडीएम सुभाष राज सहित, मास्टर ट्रेनर शैलेष पाण्डेय, एमटी आलम मौजूद थे।