भोपाल । वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर पांच मौसम प्रणालियां बनी हुई हैं। इनके प्रभाव से पूर्वी मध्य प्रदेश में हवाओं के साथ नमी आ रही है। इस वजह से गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पश्चिमी मध्य प्रदेश में मौसम पूरी तरह शुष्क रहा। पूर्वी मध्य प्रदेश में छिंदवाड़ा में 5.4, मंडला में 0.6, सिवनी में 1.6 एवं मलाजखंड में 3.8 मिलीमीटर वर्षा हुई। इस दौरान छिंदवाड़ा में ओले भी गिरे। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना एवं मैहर में गरज-चमक के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। गुरुवार से पूर्वी मध्य प्रदेश में भी मौसम धीरे-धीरे साफ होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में तेलंगाना पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर केरल तक एक द्रोणिका बनी हुई है। उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश से लेकर असम तक भी एक द्रोणिका मौजूद है। इसी तरह पूर्वी उत्तर प्रदेश से लेकर पूर्वी विदर्भ तक भी एक द्रोणिका निर्मित है। ईरान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ ट्रफ के रूप में बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग बनी इस मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से पूर्वी मध्य प्रदेश में कुछ नमी आ रही है। इस वजह से बादल बने हुए हैं। साथ ही कहीं-कहीं वर्षा होने के साथ ओले भी गिर रहे हैं। हालांकि गुरुवार से पूर्वी मध्य प्रदेश से भी बादल छंटने के आसार हैं। वर्षा का दौर रुकने से वहां भी तापमान बढऩे लगेगा। उधर पश्चिमी मध्य प्रदेश का मौसम लगातार शुष्क बना हुआ है, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ के लगातार आने के कारण हवाओं का रुख बार-बार बदलता है। इस वजह से दिन एवं रात के तापमान में विशेष बढ़ोतरी होने की संभावना कम है।