नई दिल्ली । पंजाब के अजनाला में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों द्वारा थाने पर हमला किए जाने को लेकर अब केंद्र सरकार भी एक्शन में आ गई है। सूत्रों के अनुसार गृह मंत्रालय ने पंजाब पुलिस से अजनाला में हुई घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पंजाब में खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के प्रमुख जत्थेदार अमृतपाल सिंह की गतिविधियों को लेकर केंद्र सुरक्षा एजेंसियों के संपर्क में है। सूत्रों के अनुसार पंजाब में दो-तीन दिन में जो भी घटनाक्रम हुआ है, उस पर इंटेलिजेंस ब्यूरो ने विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है, जिसे गृह मंत्रालय के टॉप अफसरों के साथ साझा किया गया है। बता दें कि अजनाला में गुरुवार को अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने जिस तरह से थाने पर धावा बोला और उसके बाद पंजाब सरकार से अपनी बात मनवाते हुए अपने साथी को रिहा करा लिया, इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां गंभीर हैं।
लवप्रीत सिंह तूफान को अजनाल पुलिस ने बीते 18 फरवरी को दंगा और अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके बाद लवप्रीत को रिहा करने की मांग को लेकर वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया। बता दें कि लवप्रीत सिंह तूफान वारिस पंजाब दे संगठन से जुड़ा है और वह अमृतपाल सिंह का करीबी है।
पंजाब के अमृतसर में गुरुवार को अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने लवप्रीत सिंह तूफान को जेल से निकालने के लिए थाने पर बंदूक एवं तलवार से हमला कर दिया था। वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने इसके बाद धमकी भरे लहजे में कहा है कि अजनाला में हिंसा नहीं हुई थी, अभी असली हिंसा दिखनी बाकी है। उसने पंजाब पुलिस से अजनाला मामले में कार्रवाई रोकने की बात कही है। शांति और सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने पर उतारू खालिस्तान का समर्थन करने वाला संगठन वारिस पंजाब दे के मुखिया अमृतपाल सिंह ने जहर उगलते हुए खून खराबे की धमकी दी है, जिसे देश की सुरक्षा के लिए एक खतरा माना जा रहा है.