ग्वालियर ।    ग्वालियर-सुमावली के नये बिछे ब्राडगेज पर इसी माह ट्रेन दौड़ सकती हैं। रेलवे की ओर से पूरी तैयारी है, केवल रेलमंत्री और रेलवे बोर्ड से इसकी औपचारिक स्वीकृति की प्रतीक्षा है। ग्वालियर-सुमावली रेल खंड ग्वालियर-श्योपुर रेल खंड का हिस्सा हैं, जो गेज परिवर्तन में नैरोगेज से ब्राडगेज में बदल चुकी है। ब्राडगेज लाइन के बाद सीआरएस ने इस पर ट्रायल कर रिपोर्ट भी रेलवे बोर्ड को सौंप दी हैं। ग्वालियर-श्योपुर ब्राडगेज रेल लाइन के निर्माण कार्य में पिछले दो माह पूर्व ही ग्वालियर-सुमावली तक का 30 किलोमीटर का रेल खंड पूरा हो गया है। इसमें रायरू होकर बामौर गांव से सुमावली तक लाइन बिछाई गई है। सभी जगह पुराने रेल स्टेशन भवन के जीर्णोद्धार कर स्टेशन बनाये गये है और रेलवे सुरक्षा बल की चौकी भी सक्रिय कर दी गई है। इधर ग्वालियर-सुमावली गेज कन्वर्जन ब्राडगेज में ट्रेन को विद्युतीकरण के तहत इलैक्ट्रिक इंजन से चलाने की तैयारी है। सभी जगह उच्च दाव वाली ओएचई लाइन लगी हैं और उसमे 25000 हाई वोल्टेज की विद्युत भी प्रवाहित कर दी गई हैं। पिछले दिनों सीआरएस (कमिश्नर रेल सुरक्षा) ने भी इलैक्ट्रिक इंजन के साथ विधिवत ट्रेल चलाकर परीक्षण कर लिया है। अब केवल रेलवे बोर्ड और रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव की फाइनल स्वीकृति की जरूरत है। सीआरएस ने वैसे रेलवे ट्रेक को संचालन के लिये हरी झंडी भी दे दी हैं। 

विधानसभा चुनाव से पहले चलेगी ट्रेन

रेल मंत्रालय ग्वालियर-सुमावली रेल खंड पर विधानसभा चुनाव से पहले एक नई पैसेंजर ट्रेन चलाने की तैयारी में है। यह ट्रेन इटावा से आने वाली पैसेंजर ट्रेन हो सकती हैं, जो ग्वालियर आकर खड़ी रहती है। इसे अब सुमावली तक चलाया जा सकता है। 

सुमावली से आगे गेज परिवर्तन जारी

सुमावली के 30 किलोमीटर रेल खंड के बाद श्योपुर तक के 170 के शेष बचे रेल खंड पर भी तेजी से ब्राडगेज लाइन बिछाने का कार्य जारी हैं। रेलवे सूत्रों के मुताबिक जैसे-जैसे ब्राडगेज लाइन बिछती चली जायेगी, उस पर सीआरएस के निरीक्षण के बाद ट्रेन आगे तक बढ़ाई जायेगी।

हमारी तैयारी पूरी, बोर्ड के आदेश आते ही ट्रेन शुरू करेंगे

झांसी मंडल उत्तर मध्य रेल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह का कहना है कि ग्वालियर-सुमावली रेल खंड पर ब्राडगेज लाइन, ओएचई व सिग्नलिंग का कार्य पूर्ण हैं। सीआरएस का निरीक्षण हो चुका है। रेलवे बोर्ड से उच्च स्तर पर आदेश आते ही ट्रेन संचालन शुरू कर दिया जायेगा। इससे स्थानीय लोगों को काफी सहूलियत होगी।