वाराणसी। श्रीरामचरितमानस पर बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है ‎कि सनातन को गाली देने वालों को अगले वर्ष 2024 में मोक्ष ‎मिलने वाला है। योग गुरु ने कहा ‎कि सनातन धर्म का मर्म काशी में है। शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे बाबा रामदेव ने मी‎डिया से कहा ‎कि काशी अनादि और अनंत से उपासना का एक महातीर्थ होने के साथ ही विद्या और मोक्ष की नगरी है। इसमें दिव्यता तो युगों-युगों से थी, लेकिन पीएम मोदी द्वारा दी गई भव्यता से यह विश्व भर में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। भारतीय सांस्कृतिक विरासत यह महातीर्थ काशी अपने पूरे वैभव के साथ वैश्विक आकर्षण का केंद्र बना है। यह हेल्थ टूरिज्म, धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के लिए दुनिया में आकर्षण का केंद्र बन गया है।  नॉलेज टूरिज्म और सबसे बड़ा कल्चर टूरिज्म ही सनातन धर्म का सार है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने श्रीरामचरितमानस ग्रन्थ की तुलना जानलेवा पोटेशियम साइनाइड से करते हुए कहा था कि ‎जिस तरह पचपन प्रकार के व्यंजन में पोटेशियम साइनाइड मिला ‎दिया जाये वैसा ही हाल इस ग्रन्थ का है। इससे पहले भी वे इस ग्रंथ को समाज को बांटने वाला बता चुके हैं जब‎कि जन्माष्टमी के मौके पर मोहम्मद पैगंबर को मर्यादा पुरुषोत्तम भी कह चुके हैं  
इससे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के मंत्री बेटे उदयनिधि ने सनातन को लेकर विवादास्पद बयान दिया था। उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से करते हुए  कहा था ‎कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि इसे समाप्त ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं अ‎पितु मिटाना है। इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है. वहीं, फिल्म अभिनेता प्रकाश राज ने भी सनातन धर्म को तनातन बताते हुए कहा ‎कि सनातन डेंगू बुखार की तरह है और इसका खात्मा होना जरूरी है।