पांच दिनों में पांच डिग्री सेल्सियस पारा गिरने से अचानक सर्दी का मौसम आ गया है। लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं। गांवों में अलाव भी जलने लगे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि ऐसे में मौसम में बचाव जरूरीा है। लापरवाही सेहत बिगाड़ सकती है। मौसम विभाग ने बारिश की भी संभावना जताई है। पांच दिनों से अचानक मौसम का मिजाज बदला है। चार से पांच दिन पहले सुबह और शाम की गुलाबी ठंड, अब धीरे-धीरे गलन की ओर बढ़ रही है। शुक्रवार रात का न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा। लोग ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेना शुरू कर दिए हैं।मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोम के चलते हवाओं का दिशा में परिवर्तन हुआ है। इसके चलते आने वाले दिनों में उत्तर भारत में बारिश हो सकती है।

मौसम बदलने से हवा सर्द लगने लगी है। सुबह और शाम धुंध के साथ कोहरे का भी असर दिखने लगा है। दोपहर में ठंड का अहसास हो रहा है। लोग धूप सेंकने के लिए छतों और दुकानों के बाहर निकल रहे हैं। स्वेटर और जैकेट, रजाई व कंबल भी बाहर निकाल ली गई है। शाम को सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डाॅ. आशुतोष सिंह ने बताया कि बदले मौसम में सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। सुबह-शाम गर्म कपड़ा पहनें, गुनगुना पानी पियें। गर्म भोजन करें। बताया कि बच्चों और बुजुर्गों को के विशेष सतर्कता बरते जाने की आवश्यकता है। उन्हें गर्म पानी और पूरी तरह से ढंकने वाले गर्म कपड़ें पहनाएं।

बारिश के बाद और गिरेगा तापमान:

कृषि केंद्र बेजवां के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया कि पश्चिमोत्तर प्रदेशों में पिछले दिनों हल्की बारिश हुई थी। इससी से हवा की दिशा बदली थी। जिसका असर जनपद में भी देखा गया। इसकी के कारण तापमान गिरने से ठंड बढ़ी है। पश्चिमी विक्षोम बदलाव होने के कारण एक दो दिन में उत्तर भारत में हल्की बारिश होने की उम्मीद है। 26 से 28 नवंबर के बीच जनपद में आंशिक रुप से बादल छाये रहेंगे। जिससे दो से तीन डिग्री तापमान और गिरेगा। इसके कारण ठंड और बढ़ेगी।