भारतीय बाजार में एक से बढ़कर एक दमदार कारें मौजूद है। वैसे तो जब भी कोई अपने लिए एक नई कार खरीदने की प्लानिंग करता है तो मारुति, हुंडई, फॉक्सवैगन जैसे कंपनियों का नाम आता है। मारुति भारतीय बाजार में सबसे अधिक कारों की सेल करने वाली कंपनी में से एक है। बढ़ती महंगाई का असर सिर्फ भारत ही नहीं विदेशों में भी देखने को मिल रहा है। यहीं वजह है कि मई महीने में गाड़ियों के एक्सपोर्ट में गिरावट देखने को मिली है। आपको बता दें, पिछले महीने यात्री वाहनों के एक्सपोर्ट में 6.42 परसेंट की गिरावट हुई है और कुल 53,237 यूनिट्स विदेश भेजी गई है। अगर बात सबसे अधिक एक्सपोर्ट होने वाली कार करें तो इस मामले में मारुति की एक सस्ती कार ने बाकी को पछाड़ दिया है। भारत में सबसे अधिक बिकने वाली मारुति बलेनो और मारुति स्विफ्ट भी इस कार के आगे फीकी है।

Maruti S Presso

मई के महीने में मारुति एस्प्रेसो सबसे अधिक एक्सपोर्ट की गई है। इस कार की कुल 5,925 यूनिट्स सेल हुई है। जबकि एक साल पहले यानी मई 2022 में इसकी 3,692 यूनिट ही एक्सपोर्ट हुई थी। Spresso के एक्सपोर्ट में सीधा 60 फीसदी का उछाल देखा गया है। इस कार की कीमत 4.2 लाख रुपये से शुरू होती है।

Hyundai xcent 

लिस्ट में दूसरे नंबर पर हुंडई एक्सेंट है जिसकी 5,198 यूनिट्स एक्सपोर्ट हुई है। तीसरे नंबर पर मारुति बलेनो और चौथे पर मारुति सिलेरियो है। इन दोनों कारों की 4,910 यूनिट और 3,413 यूनिट विदेश में एक्सपोर्ट हुई है। इसमें गौर करने वाली बात ये है कि सेलेरियो के एक्सपोर्ट में 150 फीसदी का उछाल हुआ है।

Volkswagen virtus 

लिस्ट में पांचवें नंबर पर फॉक्सवैगन वर्टस है। जिसकी 3,099 यूनिट्स विदेशों में भेजा गया है। इस लिस्ट में छठे नंबर मारुति डिजायर और सातवें नंबर पर किआ सोनेट है। इस लिस्ट में आठवें नंबर पर मारुति अर्टिगा है और नौवें नंबर पर मारुति स्विफ्ट है दसवें नंबर पर किआ सेल्टोस है। अर्टिगा के एक्सपोर्ट में 230 फीसदी की उछाल देखी गई है, जबकि स्विफ्ट में 60 फीसदी की गिरावट देखी गई है।