उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में स्थित प्राचीन मठिया देवी मंदिर, आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है. इस मंदिर में पिछले 25 वर्षों से लगातार अखंड ज्योति जल रही है, जो भक्तों की अपार श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है. यहां आने वाले लाखों भक्त इस अखंड ज्योति के सामने अपनी मुरादें मांगते हैं, और माना जाता है कि माता रानी की कृपा से उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं. भक्तजन हमेशा मंदिर से आशीर्वाद लेकर ही लौटते हैं, क्योंकि यहां किसी की झोली खाली नहीं जाती.

फर्रुखाबाद के रेलवे रोड पर स्थित मठिया देवी मंदिर लगभग 200 वर्ष पुराना है. नवरात्रि के शुभ अवसर पर यहां विशेष हवन-पूजन और देवी मां का आवाहन किया जाता है. मंदिर की यह प्राचीनता और श्रद्धा इसे भक्तों के लिए खास बनाती है.

पुजारी ने बताया मंदिर की खासियत
मंदिर के पुजारी रमेश चंद्र मिश्रा ने लोकल18 को बताया कि इस मंदिर में वर्ष 1999 से लगातार अखंड ज्योति जलती आ रही है. मां मंगला गौरी की प्रतिमा के पास स्थित अलमारी में रखी इस अखंड ज्योति को निरंतर जलाए रखने में भक्तगण हमेशा सहयोग करते हैं. यह ज्योति दिन-रात बिना रुके जलती रहती है. माना जाता है कि जो भी भक्त एक बार इस अखंड ज्योति के दर्शन कर लेता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.

उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़
शारदीय नवरात्र के दौरान, माता के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. अखंड ज्योति के दर्शन के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं और अपने जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करते हैं.

अंग्रेजों की कोशिशों के बावजूद मंदिर अडिग
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह मंदिर आजादी के दौर में अंग्रेजी हुकूमत के निशाने पर था. उन्होंने इसे हटाने के कई प्रयास किए, लेकिन मंदिर पर संकट डालने की उनकी कोशिशें नाकाम रहीं. इसके बाद अंग्रेजी शासन पर विपत्तियां आने लगीं. यहां मान्यता है कि जो भक्त माता के दर्शन करता है, उसकी बीमारियां दूर होती हैं और जीवन में आने वाली विपत्तियां टल जाती हैं. मठिया देवी मंदिर की यह अद्वितीय आस्था और इतिहास आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है.