देश की कुछ बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज कंपनियों पर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ GST इंटेलीजेंस ने बड़ी कार्रवाई की है। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज वजीरएक्स समेत देशभर के प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज सर्विस प्रोवाइडरर्स के दफ्तरों पर छापेमारी GST इंटेलिजेंस के अधिकारियों ने की। इस दौरान DGGI को बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी का पता चला है। DGGI ने अभी तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी है।
DGGI ने क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज सर्विस प्रोवाइडर कंपनी वजीरएक्स के परिसरों पर भी छापे मारे हैं। हाल में बड़े स्तर पर टैक्स चोरी को लेकर कंपनी पर 49.20 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है।

DGGI ने क्रिप्टोकरेंसी सर्विस प्रोवाइडर्स कंपनियों के करीब आधा दर्जन दफ्तरों पर छापे मारे हैं। जांच एजेंसी ने बड़े पैमाने पर GST की चोरी पकड़ी है। ये सर्विस प्रोवाइडर्स क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट और एक्सचेंज प्लेटफॉर्म की सुविधा देते हैं। जहां ट्रेडर्स, मर्चेंट और आम लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग कर सकते हैं। जांच एजेंसी ने बड़े पैमाने पर GST की चोरी पकड़ी है। सूत्रों का मानना है कि टैक्स की ये कथित चोरी करीब 70 करोड़ रुपए तक की हो सकती है। ये सर्विस प्रोवाइडर्स क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट और एक्सचेंज प्लेटफॉर्म की सुविधा देते हैं।
DGGI इस समय कॉनस्विच कुबेर, कॉइनDCX, वाययूकॉइन और यूनोकॉइन जैसे ब्रांड नाम से क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज चलाने वाली कंपनियों की जांच कर रही है।

क्रिप्टो पर बैन चाहता है RBI- दिसंबर में हुई RBI की बैठक में रिजर्व बैंक ने अपने केंद्रीय बोर्ड से कहा था कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह से बैन लगा देना चाहिए। इससे पहले, सरकार ने भी संसद के मौजूदा सत्र में क्रिप्टोकरंसी के रेगुलेशन के लिए बिल लाने की तैयारी की थी, लेकिन वह फिलहाल टल गया है।