अहमदाबाद | गुजरात चुनाव के आडे गिनती के दिन शेष रह गए हैं और राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच घमासान तेज गया है| भाजपा, कांग्रेस और आप समेत अन्य राजनीतिक दल वोटरों को रिझाने के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं| राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुजरात में कांग्रेस की जीत का विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य की जनता भाजपा सरकार के त्रस्त हो गई है और चुनाव में उसे सत्ता से बाहर कर देगी| क्योंकि 27 वर्ष के भाजपा शासन में केवल बड़े बड़े वादे और दावे ही किए गए हैं, जो कहीं भी जमीन पर नजर नहीं आता| जबकि कांग्रेस को बोलती है वह करती है| आज जहां भी भाजपा की सरकार वहां भ्रष्टाचार है| वर्ष 2017 में भाजपा ने गुजरात में 150 सीटों का लक्ष्य दियाथा, लेकिन 99 सीटों पर सिमट कर रह गए थे| 2022 में कांग्रेस ने 125 सीटों का लक्ष्य तय किया है और उसे हासिल करने में हम सफल होंगे| अशोक गहलोत ने महंगाई, बेरोजगारी और बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि यह खत्म होनी चाहिए| उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वादे ही लोगों को आकर्षित करते हैं| जीत के बाद वादों का आधार बनाकर फैसले किए जाएंगे| राजस्थान में हमने लागू किया है| पहले मेनिफेस्टों के बारे में कोई बात नहीं थी लेकिन हमने लागूकिया है| राजस्थान की प्रक्रिया गुजरात में भी लागू होगी| राजस्थान मॉडल पर उन्होंने कहा कि हमने जनता से जो वादे किए थे उसे पूरे किए हैं| गुजरात आजादी के पहले एक सक्षम राज्य रहा है और उसका पूरा देश सम्मान करता है| भारत जोड़ो यात्रा के जरिए राहुल गांधी ने संदेश दिया है| बेरोजगारी और महंगाई ही कांग्रेस का मुद्दा रहेगा| भाजपा को हार दिख रही है इसलिए वह भयभीत है| उन्होंने कहा कि हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर के साथ नहीं होने से कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा| अशोक गहलोत ने कहा कि प्रत्येक राज्य और केन्द्र ऋण लेता है यह ऋण लेना कोई गलत नहीं है| जिस काम के लिए ऋण लिया गया है उस पर खर्च किया जाना चाहिए| हमने जो भी वादे किए वह फाइनांसियल मैनेजमेंट का एक हिस्सा है| बजट और रेवन्यू का कांग्रेस को अच्छा अनुभव है| उन्होंने कहा कि देश की संपत्ति पर प्रत्येक देशवासी अधिकार है और सभी का एक ही संदेश साथ मिलकर देश चलाएं|