नई दिल्ली। महाराष्ट्र की राजनीति में सत्ताधारी शिवसेना-एनसीपी और विपक्षी बीजेपी के बीच तकरार में एक-दूसरे नेताओं पर केस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की केंद्र सरकार के प्रवर्तन निदेशालय की ओर से गिरफ्तारी के बाद केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके बेटे नीतेश राणे  पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान की मौत के केस में नारायण राणे से मुंबई पुलिस ने 9 घंटे तक पूछताछ की जिसके कारण उनके समर्थन नाराज हो गए और पुलिस के साथ झड़प करने लगे। इस मामले में कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया है। अब इस मामले में राजनीति तेज हो गई है। एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने सवाल पूछते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बात का जवाब देना चाहिए कि अब तक नाराय़ण राणे ने इस्तीफा क्यों नहीं दिया है।
  शरद पवार ने नवाब मलिक की गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा, बीजेपी जब भी किसी मुस्लिम कार्यकर्ता को देखती है, उसका नाम दाउद इब्राहिम से जोड़ देती है। नवाब मलिक को भी मुस्लिम होने के कारण फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा, पीएम मोदी को यह बताना चाहिए कि नारायण राणे की गिरफ्तारी होने के बावजूद उन्होंने इस्तीफा क्यों नहीं दिया जबकि उनकी पार्टी नवाब मलिक का इस्तीफा मांगती रहती है। नवाब मलिक को दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 23 फरवरी को गिरफ्तार किया था। शरद पवार ने मलिक के इस्तीफे की विपक्ष की मांग भी खारिज कर दी। शरद पवार के बयान पर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने भी पलटवार किया है, नारायण राणे ने कहा, मैं जेल जरूर गया हूं, लेकिन मेरा दाऊद इब्राहिम से कोई संबंध नहीं है। जबकि नवाब मलिक को दाऊद इब्राहिम के संबंध में गिरफ्तार किया गया है, इसलिए भाजपा नवाब मलिक के इस्तीफा मांग कर रही है। नारायण राणे ने कहा, मैं और मेरी पार्टी मलिक के इस्तीफे की मांग पर हमेशा कायम रहेगी। 28 फरवरी को दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर दिशा सालियान के माता-पिता की शिकायत पर महाराष्ट्र महिला आयोग ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके बेटे नीतेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज किया था। दिशा के माता-पिता ने राणे पर आरोप लगाया कि उन्होंने इस मामले में गलत बयानबाजी दी है। महाराष्ट्र महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर ने दिशा सालियान मौत के बारे में गलत जानकारी देने के आरोप में मुंबई के मालवानी पुलिस स्टेशन को नारायण राणे और उनके बेटे नितेश राणे के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कहा था।