बेंगलुरु में खेला गया पहला टेस्ट मैच भारतीय टीम के लिए बेहद खराब रहा। न्यूजीलैंड ने उसे इस मैच में आठ विकेट से हरा दिया। कीवी टीम ने पहली पारी में भारत को 46 रनों पर ढेर कर दिया था और इसका खामियाजा भारत को पूरे टेस्ट मैच में भुगतना पड़ा। भारत की नजरें पुणे में 24 अक्तूबर से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच में जीत हासिल कर वापसी करने पर हैं।

पुणे में अगर टीम इंडिया को हार मिलती है तो उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है और उसका आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलने का सपना टूटा सकता है। इसके अलावा उसके अपने घर में टेस्ट सीरीज हारने का कलंक भी झेलना पड़ सकता है।

पुणे में कैसी होगी पिच ?

इस लिहाज से भारत के लिए दूसरा टेस्ट मैच काफी अहम है। पुणे में सभी की नजरें पिच पर होंगी। इस मैदान पर ये तीसरा टेस्ट मैच होगा। अभी तक जो दो टेस्ट मैच खेले गए हैं वो भारत बनाम साउथ अफ्रीका और भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए हैं। दोनों ही मैचों में यहां की पिच स्पिनरों की मददगार रही है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच साल 2017 में खेले गए टेस्ट मैच में तो इस पिच पर स्पिनरों ने कहर ढा दिया था। आईसीसी ने इस पिच को औसत से कम की रेटिंग दी थी.

एक बार फिर इस पिच पर स्पिनरों का बोलबाला देखने को मिल सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा ने ग्राउंड स्टाफ से स्पिनरों की मददगार पिच तैयार करने को कहा है। इसका साफ मतलब है कि वापसी करने के लिए भारत पुराने हथियार को यूज करना चाह रहा है और ऐसे में अगर प्लेइंग-11 में तीन स्पिनर देखने को मिल जाए तो हैरानी नहीं होनी चाहिए।

वॉशिंगटन सुंदर को मिल सकता है मौका

भारत ने पुणे टेस्ट मैच के लिए वॉशिंगटन सुंदर को टीम में जोड़ा है। सुंदर ऑफ स्पिनर हैं और अच्छी बल्लेबाजी करते हैं। माना जा रहा है कि पुणे की पिच को देखते हुए सुंदर की टीम में एंट्री हुई है और उनका प्लेइंग-11 में खेलना तय है। उनके आने से भारत को अच्छे स्पिनर के साथ अच्छा बल्लेबाज मिला है जिससे टीम को दोहरा फायदा होगा।