नई दिल्ली ।  भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता हरीश खुराना ने एक प्रेसवार्ता कर दिल्ली के खराब प्रदूषण पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि भाजपा के बार-बार कहने के बावजूद केजरीवाल सरकार प्रदूषण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही और आज स्थिति यह है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली को गैस चैंबर बना डाला है। आज दिल्ली में हवा का ए.क्यू.आई. लेवल 550 से ऊपर हो चुका है और ऐसी हवा खासकर बच्चों के लिए जहरीली ही नहीं बल्कि जानलेवा है। आज के प्रेसवार्ता में प्रदेश प्रवक्ता अजय सहरावत भी उपस्थित थे।
श्री खुराना ने कहा कि आरटीआई से इस बात का खुलासा हुआ है कि केजरीवाल सरकार ने पूसा इंस्टीट्यूट से बायो डीकम्पोजर का घोल दो साल के अंदर 3.79 लाख रुपये का खरीदा और फिर उसके छिड़काव करने में 64.12 लाख रुपये खर्च आए जबकि छिड़काव में सिर्फ किराए के ट्रैक्टर और टैंट का प्रयोग किया जाता है। उन्होंने कहा कि 23.27 करोड़ रुपये विज्ञापनबाज मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने चेहरा चमकाने के लिए खर्च कर डाले। जबकि ये सारी बातें भाजपा की नहीं बल्कि दिल्ली सरकार द्वारा ही दिए गए आरटीआई की है।
श्री खुराना ने केजरीवाल सरकार से सवाल पूछते हुए कहा कि अगर दिल्ली में बायो डिकम्पोजर घोल इतने ही असरदार साबित हुए तो उसे पंजाब में क्यों नहीं लागू किया जा रहा है क्योंकि पंजाब में 34 फीसदी पराली जलाने के मामलों में वृद्धि हुई है तो वही हरियाणा में 30 फीसदी की कमी भी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि बहुत सीधी बात है कि यह बायो डीकम्पोजर घोल वितरण सफल नहीं हो पाया है क्योंकि अगर यह सफल हुई है तो पंजाब में क्यों नहीं लागू हुई और अगर सफल नहीं हुई तो फिर इसके पीछे 23.27 करोड़ रुपये बर्बाद करने की क्या आवश्यकता थी। आखिर केजरीवाल दिल्लीवासियों के पैसों को अपने चेहरा चमकाने के लिए कब तक प्रयोग करते रहेंगे।