भोपाल।   प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने अधिकारियों-कर्मचारियों को चेतावनी दी है कि 17 माह बचे हैं, जो लोग भाजपा का बिल्ला जेब में लेकर काम कर रहे हैं वे समझ जाएं, हम उनको भूलेंगे नहीं। सबका हिसाब होगा। भाजपा सरकार के पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है। हर तरह अराजकता का माहौल है। पैसे, पुलिस और प्रशासन के बल पर राजनीति की जा रही है। पिछड़ा वर्ग के हितों पर कुठाराघात किया गया है। अब समय है। सब एक हो जाओ। किसे पद मिला और किसे नहीं, यह 17 माह बाद देख लेंगे। वहीं, पार्टी के पिछड़ा वर्ग विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष केप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कि प्रदेश में चार बड़े सम्मेलन किए जाएंगे। कार्यकर्ताओं को उचित प्रतिनिधित्व भी मिलेेगा। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को पार्टी के पिछड़ा वर्ग विभाग के पदाधिकारियों का राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें कमल नाथ ने कहा कि पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण दिलाने की लड़ाई हम लड़ते रहेंगे। भाजपा के पास कहने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए ये धर्म और जाति के आधार पर बांटने का काम करेंगे। प्रशासन और पुलिस का दुरुपयोग करेंगे पर ये समझ जाएं कि 17माह बचे हैं, सबसे पूरा हिसाब लिया जाएगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि आप इनके दबाव में मत आइए। अभी इन्हें जो करना हो, वो कर लें। भाजपा आगामी समय में ध्यान मोड़ने का प्रयास करेगी। आपको सतर्क रहकर संगठन को मजबूत करना होगा।

वहीं, संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पिछड़ा वर्ग को अभी तक उसका उचित अधिकार नहीं मिला है। वंचित समाज को आरक्षण मिलना चाहिए। इसका आधार आर्थिक और आबादी के अनुपात होना चाहिए। जातिगत जनगणना का पक्ष लेते हुए उन्होंने कहा कि यह सभी जातियों की वास्तविक स्थिति का आकलन करने के लिए आवश्यक है। क्रीमीलेयर में वेतन और किसान की आय को भी जोड़ दिया है। इससे तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को भी आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा। सरकार सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के निजीकरण कर रही है तो उसमें आरक्षण लागू होना चाहिए। न्यायिक क्षेत्र में जनसंख्या के अनुसार प्रतिनिधित्व देने की व्यवस्था बनानी चाहिए क्योंकि वर्तमान में पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति-जनजाति और अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व नहीं के बराबर है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजमणि पटेल ने कहा कि भाजपा सरकार अंग्रेजों की नीति पर चल रही है। इन्होंने पिछड़ा वर्ग के अधिकारों को छीनने का काम किया है।

हक के लिए संघर्ष करना होगा

पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने पदाधिकारियों से कहा कि यदि हम संगठित हो गए तो हमारे नेता भी साथ आएंगे। हमें पार्टी में अपने अधिकार और भाजपा सरकार के अन्याय से लड़ना होगा। सम्मेलन में पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव सहित अन्य पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे।