नाकेदार बन बैठे मलाईदार विभागों के प्रभारी बाबू करते मनमानी -कार्यरत कर्मचारियों में नेताओ अधिकारियों के भाई बन्धु शामिल-सीएमओ को नही कर्मचारियो की जानकारी

सारंगपुर ।    विगत एक वर्ष से नगर पालिका परिषद सारंगपुर में प्रशासक व सीएमओ द्वारा नगरपालिका का प्रशासनिक व्यवस्था को संभाला जा रहा है।पर यहां जिम्मेदार अधिकारी द्वारा अपने ही अधीनस्थ कर्मचारी को अपने लचीले स्वभाव के हिसाब से कर्मचारियों को उनके मनमाने पद व मलाईदार विभागों मे प्रभारी बना कर बैठा रखा है। सूत्रों की माने तो  नगर पालिका में केशियर का पद लेखा शाखा से जुड़ा हुआ है जहां उक्त केशियर से संबंधित कार्य नही कराया जा रहा। अन्य कार्य पदस्थ कर्मचारियों के भाई बंधुओं से कराया जा रहा है।जो कि सीधे तौर पर मनमानी व वरदहस्त होने को दर्शाता है।यह मलाईदार पद भी किसी अन्य कर्मचारी को सोप रखा है जो मुख्यनगर पालिका अधिकारी पर सवालिया निशान बना हुआ है।सूत्रों की माने तो ये सब कुछ अधिकारियों को लाभ दिलाने के लिए जिम्मेदार अधिकारियों ने अपने चहतो को इन मुख्य पदों पर नियुक्त कर रखा है।  ताकि अपने हिसाब से कम चलता रहे  सरेआम नगर मे जनचर्चा हे कि स्टोर शाखा से मनमाने बिल लगाकर मनचाही राशि कमीशन बेस पर वसूली जाती है।

नाकेदार बने बाबू तो एक ही विभाग को सौप दिए तीन कार्य

जानकारी मिली है कि नाकेदारो का मूल कार्य वसूली है।बाउजूद इसके डेलिबेस कर्मचारियों को नगर में वसूली करते देखा जा सकता है। नगर पालिका में नाकेदार के पद पर पदस्थ कर्मचारी ऑफिस के मोह में इन दिनों नपा में बाबू का कार्य कर रहे है।जिसमे स्थापना बाबू का आरआई का पद होते हुए भी आफिस के अन्य विभाग का कार्य भी लिया जा रहा है।जिसमे कोर्ट कार्य,राजस्व,शामिल है जिसमे नगर पलिका कर्मचारियों ने विरोध कर सीएमओ को अवगत कराया था।साथ ही जानकारी यह भी है कि नान टेक्नीशियन स्थाई कर्मचारी से टेक्नीशियन का कार्य लिया जा रहा है जो गैर जिम्मेदाराना है व जलप्रदाय विभाग का कार्य नाकेदार को सौप रखा है।जो नगरपालिका के उच्चधिकारियों की मिलीभगत को दर्शाता है।

कर्मचारियों को नही मिलता समय पर मानदेय

नपा में अधिकारियों की मनमानी इतनी हावी है कि शासन द्वारा कर्मचारियों की आने वाली राशि भी कर्मचारियों को समय पर न देते हुए अन्य कार्यो में लगा दी जाती है। कर्मचारियों के मानदेय में भी भेदभाव करते हुए अलग अलग समय पर दी जाती है। नपा के छोटे कर्मचारियों का समय पर मानदेय नही होने के कारण उन्हें अनेक प्रकार की आर्थिक कठनाइयों का सामना भी करना पड़ता है।

नपा पर कर्मचारियों व जनप्रतिनिधियों के लोगो का कब्जा

नगर में जनचर्चा है कि नगरपालिका में डेलिबेस मस्टर के कर्मचारी इन दिनों अपने चहते नेताओ के यहां कार्य कर रहे है जो अनूचित गैरजिम्मेदाराना पूर्ण कार्य है। पूर्व में बने पार्षद नपाध्यक्ष व वर्तमान नगरपालिका कर्मचारियों के लोग कार्य कर रहे है।इतना ही नही इसमें खास बात यह भी की डेलिबेस पर कार्य करने वाले लोगो मे कुछ नेताओं व अधिकारियों के भाई बंधु व पुत्र भी शामिल है।सवाल यह है कि पूर्व जनप्रतिनिधियों के रिश्तेदार का निकाय में कार्य करना समानता या पूर्व गृह के उदाहरण के तौर पर अनेक लोगो को नगर पालिका में देखा जा सकता है।जिससे नगर के अधिकांश शिक्षित युवा नगरपालिका में कार्य करने के योग्य होने के बाउजूद बेरोजगार घुमरहे है।

कर्मचारियों की कमी तो लेबर की भरमार

नगर पालिका में पदस्थ कर्मचारियों व लेबर से संबंधित जानकारी जब मुख्यनगर पालिका से मांगी गई तो उन्होंने स्टाफ की कमी होना तो दूसरी तरफ लेबर की भरमार होने की बात कही।शायद यही कारण है कि योग्यता हीन कर्मचारियों से कार्य लिया जा रहा है।
  
सामान कब आता और कब जाता है इसका पता नहीं

नगरपालिका से कब ओर केसे जप्त किया सामान कबाडियों की दुकान पहुंच जाता है उसका तो भगवान ही मालिक होता है।नगर मे जनचर्चा हर चौराहे पर है कि अतिक्रमण मे तोडे मकान का मलबा जो नगरपालिका के द्धारा जप्त कर लेजाया गया था वो कहीं नजर नहीं आ रहा है। नगर पालिका के अधिकारी कहते हैं कि सामान जप्त कर रखा है या नहीं मालूम कहां रखा है बस रखा है। कुछ समय पहले स्वच्छता अभियान के तहत नगर के अलग-अलग बालों में हरे भरे वृक्ष काटकर हजारों क्विंटल लकड़ी भी आज तक नजर नहीं आई जबकि अधिकारी कहते हैं कि फिल्टर प्लांट पर रखिए वहां मात्र कुछ लकड़ी के अवशेष ही बचे हैं अगर नगर पालिका में वास्तविक रुप से छानबीन कर जांच हो तो कई भ्रष्टाचार रजाई ओढ़े नजर आने लगेंगे लेकिन अधिकारी अधिकारी को ही बचाने की जेष्ठा करने के कारण भारी भ्रष्टाचार का बोलबाला नजर आ रहा है वैसे भी सारंगपुर नगर पालिका कई विवादों के चलते वाकई भ्रष्टाचार में लिप्त होने की पोल खुल चुकी है।

सीएमओ को नही जानकारी

नगर पालिका में लेबर ज्यादा है तो स्टाफ कम है जिसके कारण जिससे जो काम ले सकते हे तो ले रहे है। नगर में हटाए गए अतिक्रमणों का मलवा रखा है।

अशोक कुमार भमोलिया मुख्य नगर पालिका अधिकारी सारंगपुर