भोपाल   मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन यात्रा 19 अप्रैल से फिर शुरू हो गई। CM शिवराज सिंह चौहान ने रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से काशी विश्वनाथ तीर्थ यात्रियों को रवाना रवाना किया। CM ने कहा- शंख फुंख गया है। आज मन आनंद और प्रसन्नता से भरा हुआ है। यह हमारे तीर्थ यात्री, हमारे काका, हमारे दादा, हमारी माई, आज जीवन का परम सुख प्राप्त करने जा रहे हैं, भगवान के दर्शन करने...। संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर तीर्थ यात्रा कराने साथ गई हैं। दोपहर 1.30 बजे ट्रेन रवाना हुई। 22 अप्रैल को यात्रा फिर लौटेगी। सीएम शिवराज ने स्टेज पर भजन भी गाया। जिस ट्रेन में तीर्थ यात्री रवाना हुए, वह दुल्हन सी सजी हुई थी। स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-1 को भी फूलों से सजाया गया। 16 डिब्बों की ट्रेन में 974 तीर्थ यात्री सवार थे। सीएम शिवराज सिंह चौहान दोपहर 12 बजे स्टेशन पहुंचे। कन्या पूजन के साथ उन्होंने यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान वे बुजुर्गों से मिले और उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने कहा- बुजुर्गों के लिए हमने 2011 में पंचायत की थी। इस दौरान एक बुजुर्ग खड़े हो गए और बोले बेटा-शिवराज की मरने के पहले तीरथ करा दें। वह बात मेरे कलेजे में उतर गई और तीर्थ योजना शुरू की गई।

शिवराज को श्रवण बताया

कार्यक्रम में कई युवक सीएम शिवराज सिंह चौहान का मुखौटा पहने थे। कंधे पर लकड़ी थी और दो टोकरियों में बुजुर्गों की फोटो रखी गई थी। वे सीएम शिवराज को श्रवण बता रहे थे। तीर्थ दर्शन यात्रा में भजन मंडली की व्यवस्था है। सुंदरकांड के पाठ आदि भी होते रहेंगे। आप सभी तीर्थयात्री जीवन की तमाम बातों को भूलकर आनंद, मंगल के साथ भगवान का भजन करते हुए तीर्थ यात्रा पर जाएं।
शरीर के सुख के साथ आत्मा का सुख भी चाहिए। तीर्थ दर्शन के पश्चात जो सुख मिलता है, वह जीवन को अद्भुत आनंद से भर देता है। हमारे यहां कहा भी जाता है कि जीवन का अंतिम लक्ष्य परमात्मा की प्राप्ति है। 2018 तक हमने 7 लाख 40 हजार बुजुर्गों को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत तीर्थ यात्रा करवाई थी। बाद में विभिन्न कारणों से तीर्थ यात्रा बंद रही। तीर्थ से आने के बाद कुछ काम जरूर करना। गांव में कहना कि पेड़ लगाओ। दूसरी बात कहना कि शराब नहीं पीयो, नशा छोड़ो। जितना बेटों को मानते हो, उतना ही बेटी को मानो। बेटी के बिना दुनिया नहीं चल सकती। गांव में अच्छे संस्कार देने की कोशिश करें।
 

खूब झूमे यात्री, भजन भी गाए

तीर्थ यात्री रवाना होने से पहले खूब झूमे। सिरोंज विदिशा के मूलचंद्र चौरसिया भगवा रंग के कपड़ों में थे और शिव भजन गा रहे थे। यात्रा को लेकर वे खासे उत्साहित नजर आ रहे थे। उन्होंने कहा कि शिवराज ने आज मन की मुराद पूरी कर दी। आज शिव की नगरी काशी जा रहे हैं और सभी के लिए सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। भोपाल के हरिनारायण नागर पत्नी के साथ यात्रा पर रवाना हुए। उनके साथ वेरिंटियर के रूप में बेटी भी थीं। भोपाल के ही श्यामलाल यादव समेत कई यात्री इस यात्रा का इंतजार कर रहे थे।

खूब झूमे मंत्री, यात्री

रेलवे स्टेशन पर पहुंचे वन मंत्री विजय शाह खूब झूमे। स्टेशन पर आदिवासी पारंपरारिक नृत्य करते हुए नजर आए। भगोरिया समेत अन्य नृत्य हुए। डिंडौरी भी लोक नृत्य करने वाले कलाकर आए। इस दौरान पूरा स्टेशन कैम्पस भजन और ढोल-ढमाकों से गूंज उठा।

16 डिब्बों की स्पेशल ट्रेन, फूलों से सजाई

रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से 16 डिब्बों की तीर्थ दर्शन यात्री स्पेशल ट्रेन रवाना हुई। इसमें सबसे ज्यादा भोपाल के 583 तीर्थ यात्री रहे। सागर के 100 यात्री थे। बाकी यात्री सीहोर, विदिशा, रायसेन, टीकमगढ़ और दमोह के थे। हर कोच में जिला प्रशासन और रेलवे केटरिंग सेवा की ओर से एक-एक सहायक भी है। वहीं, मेडिकल टीम भी साथ में रवाना की गई है। यात्रा के साथ भजन मंडलियां भी गई हैं, जो हर रोज भजन-कीर्तन करेगी। इस दौरान सुंदरकांड का पाठ भी होगा।

यात्रियों की सहूलियत के लिए सबकुछ

करीब दो साल के बाद फिर शुरू हुई तीर्थ यात्रा में यात्रियों की सहूलियत के लिए सबकुछ है। ट्रेन में नाश्ता, भोजन और पानी की व्यवस्था रहेगी। वहीं, रेलवे स्टेशन से मंदिर आने-जाने, रूकने आदि व्यवस्थाएं भी की गई हैं।

मंत्री ठाकुर साथ में गईं, कई मंत्रियों ने स्वागत किया

प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर भी यात्रियों के साथ गई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश संगठन मंत्री हितानंद शर्मा, मंत्री भूपेंद्र सिंह, बिसाहूलाल साहू, जगदीश देवड़ा, विजय शाह, तुलसीराम सिलावट, यशोधराराजे सिंधिया, डॉ. प्रभुराम चौधरी, रामखिलावन पटेल, बृजेंद्र सिंह, विधायक रामेश्वर शर्मा, कृष्णा गौर, पूर्व मंत्री रामपाल सिंह समेत कई मंत्री, विधायक और नेता मौजूद थे। इन्होंने सभी तीर्थ यात्रियों का स्वागत किया।